
मोर (Peacock)एक बहोत ही सुंदर पक्षी है जो भारतीय उपमहाद्वीप,दक्षिण-पूर्व एशिया औरअफ्रीका महाद्वीप में पाया जाता है|
मोर को भारत का राष्ट्रिय पक्षी इसलिए बनाया गया है क्यूंकि यह सबसे पहेलेसिर्फ भारत में ही पाया जाता था|
आज भारत के आलावा म्यानमार ने भी मोर को अपना राष्ट्रिय पक्षी घोषित कियाहै|
भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण-पूर्व एशिया में मोर की दो प्रजातियाँ पायीजाती हैं|
भारतीय उपमहाद्वीप में पाए जानेवाले मोर को नीला मोर कहते है औरदक्षि-पूर्व एशिया में पाए जानेवाले मोर को हरा मोर कहते हैं|
मोर कोPeafowlके नाम से जाना जाता है और उसके बच्चों केPeachicksकहा जाताहै|

Peacock in Hindi
भारत सरकार ने मोर की अद्भुत सुंदरता के कारण26जनवरी1963को इसेराष्ट्रिय पक्षी घोषित किया था|
यह11अलग अलग तरह की आवाजें निकाल सकता है और16किमी की रफ़्तार से दौड़सकता है और उतनी ही रफ़्तार से उड़ भी सकता है|
मोर की तीन मुख्य प्रजाति है भारतीय नीला मोर, हरा मोर और अफ्रीकन कोंगोमोर|
नीला,हरा,जाम्बली और सफ़ेद रंग केमोर भी पाए जाते हैं और इनके सिर पर मुकुट जैसी सुंदर कलगी होती है|
मोर अपने पंख की वजह से ज्यादा दूर तक और ज्यादा ऊँचा नहीं उड़ सकता है|
नर मोर की लम्बाई220सेमी होती है और वजन4-6किग्रा होता है और मादामोर की लम्बाई95सेमी होती है और वजन2-3किग्रा होता है|
मोर पानी में तैर नहीं सकता अगर इसे पानी में डाले तो यह तुरंत ही डूबजाएगा|

Peacock Information in Hindi
इस पक्षी की आयु15-20तक होती है और यह झुड में रहेना पसंद करते हैं जिसमे 2-3 नर मोर और 4-5 मादा मोर होते हैं|
मोर सबसेसुन्दर नृत्य करते समय दीखता है क्यूंकि वो उस समय अपने सारे पंख फैला देता है|
भारत का सबसे विशाल साम्राज्य यानी मौर्य साम्राज्य काराष्ट्रिय चिन्ह भी मोर था, चन्द्रगुप्त मौर्य के साम्राज्य में जो सिक्के चलते थेउनके एक तरफ मोर बना हुआ था|
मोर अन्य पक्षियों की तरह रहेने के लिए घोंसला नहीं बनाते हैं|
एक मोर के शरीर में लगभग100से150पंखहोते हैं|
नर और मादा मोर का पता आसानी से लगाया जा सकता है क्यूंकि नर मोर के सिर परकलगी आकार में बड़ी होती है और मादा मोर के सिर पर कलगी छोटी होती है|
मोर हर साल बारिश की ऋतू में अपने पंख को गिरा देते हैं और एक साल तक नएपंख आ जाते हैं और सिर्फ नर मोर ही अपने पंख गिरते हैं|

मोर (Peacock) के बारे में रोचक जानकारी
मोरनी एक बार में3से6अंडे देती है और उनमे से बच्चेनिकलने में28दिन का समय लगता है|
सभी लोगों को मोर के पंख बहोत पसंद होते हैं और यह सिर्फ नर मोर में ही पाएजाते हैं, मादा मोर के बड़े पंख नहीं होते हैं|
जिस जगह मोर होते हैं वहां सांप नहीं होते हैं क्यूंकि मोर सांप का शत्रुहोता है और ऐसा भी माना जाता है की घर में मोरपंख रखने से सांप घर में नहीं आताहै|
मोर का बच्चा जन्म के एक दिन बाद ही खाने-पिने लग जाता है|
इसे समृद्धि का प्रतिक भी माना जाता है और जहाँ मोर आते हैं वहांसुख-समृद्धि बनी रहेती है|
ज्योतिष शास्त्र के उपाय में तिजोरी में मोरपंख रखने से धन की वृद्धि होतीहै|
कहा जाता है की मोर के आंसू पिने से मोरनी गर्भवती होती है और मोर तभी रोताहै जब वो अपने पैर देखता है क्यूंकि उसके पैर बहोत बदसूरत होते हैं|
मोर के पंख का उपयोग घर में रखने की खुबसूरत चीजें बनाने के लिए किया जाता है|
भारत में मोर के शिकार पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है|
मोर क्या खाता है ?
यह सर्वाहारी पक्षी है जो गेहूं,चने और कीड़े-मकोड़े भी खता है और कभी तो सांप को भी खा सकता है|
मोर को ज्यादातर छोटे कीड़े और सांप खाना बहोत ज्यादा पसंद है|
आप लोगों को(30+ Amazing Fact about Peacock in Hindi | Essay on Peacock in Hindi) मोर की जानकारीकैसी लगी Comment करके जरूर बताएं|