30+ Amazing Fact about Peacock in Hindi | Essay on Peacock in Hindi
मोर (Peacock) एक बहोत ही सुंदर पक्षी है जो भारतीय उपमहाद्वीप, दक्षिण-पूर्व एशिया और
अफ्रीका महाद्वीप में पाया जाता है|
मोर को भारत का राष्ट्रिय पक्षी इसलिए बनाया गया है क्यूंकि यह सबसे पहेले
सिर्फ भारत में ही पाया जाता था|
आज भारत के आलावा म्यानमार ने भी मोर को अपना राष्ट्रिय पक्षी घोषित किया
है|
भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण-पूर्व एशिया में मोर की दो प्रजातियाँ पायी
जाती हैं|
भारतीय उपमहाद्वीप में पाए जानेवाले मोर को नीला मोर कहते है और
दक्षि-पूर्व एशिया में पाए जानेवाले मोर को हरा मोर कहते हैं|
मोर को Peafowl के नाम से जाना जाता है और उसके बच्चों के Peachicks
कहा जाता
है|
Peacock in Hindi
भारत सरकार ने मोर की अद्भुत सुंदरता के कारण 26 जनवरी 1963 को इसे
राष्ट्रिय पक्षी घोषित किया था|
यह 11 अलग अलग तरह की आवाजें निकाल सकता है और 16 किमी की रफ़्तार से दौड़
सकता है और उतनी ही रफ़्तार से उड़ भी सकता है|
मोर की तीन मुख्य प्रजाति है भारतीय नीला मोर, हरा मोर और अफ्रीकन कोंगो
मोर|
नीला, हरा, जाम्बली और सफ़ेद रंग के
मोर भी पाए जाते हैं और इनके सिर पर मुकुट जैसी सुंदर कलगी होती है|
मोर अपने पंख की वजह से ज्यादा दूर तक और ज्यादा ऊँचा नहीं उड़ सकता है|
नर मोर की लम्बाई 220 सेमी होती है और वजन 4-6 किग्रा होता है और मादा
मोर की लम्बाई 95 सेमी होती है और वजन 2-3 किग्रा होता है|
मोर पानी में तैर नहीं सकता अगर इसे पानी में डाले तो यह तुरंत ही डूब
जाएगा|
Peacock Information in Hindi
इस पक्षी की आयु 15-20 तक होती है और यह झुड में रहेना पसंद करते हैं जिसमे 2-3 नर मोर और 4-5 मादा मोर होते हैं|
मोर सबसे
सुन्दर नृत्य करते समय दीखता है क्यूंकि वो उस समय अपने सारे पंख फैला देता है|
भारत का सबसे विशाल साम्राज्य यानी मौर्य साम्राज्य का
राष्ट्रिय चिन्ह भी मोर था, चन्द्रगुप्त मौर्य के साम्राज्य में जो सिक्के चलते थे
उनके एक तरफ मोर बना हुआ था|
मोर अन्य पक्षियों की तरह रहेने के लिए घोंसला नहीं बनाते हैं|
एक मोर के शरीर में लगभग 100 से 150 पंख
होते हैं|
नर और मादा मोर का पता आसानी से लगाया जा सकता है क्यूंकि नर मोर के सिर पर
कलगी आकार में बड़ी होती है और मादा मोर के सिर पर कलगी छोटी होती है|
मोर हर साल बारिश की ऋतू में अपने पंख को गिरा देते हैं और एक साल तक नए
पंख आ जाते हैं और सिर्फ नर मोर ही अपने पंख गिरते हैं|
मोर (Peacock) के बारे में रोचक जानकारी
मोरनी एक बार में 3 से 6
अंडे देती है और उनमे से बच्चे
निकलने में 28 दिन का समय लगता है|
सभी लोगों को मोर के पंख बहोत पसंद होते हैं और यह सिर्फ नर मोर में ही पाए
जाते हैं, मादा मोर के बड़े पंख नहीं होते हैं|
जिस जगह मोर होते हैं वहां सांप नहीं होते हैं क्यूंकि मोर सांप का शत्रु
होता है और ऐसा भी माना जाता है की घर में मोरपंख रखने से सांप घर में नहीं आता
है|
मोर का बच्चा जन्म के एक दिन बाद ही खाने-पिने लग जाता है|
इसे समृद्धि का प्रतिक भी माना जाता है और जहाँ मोर आते हैं वहां
सुख-समृद्धि बनी रहेती है|
ज्योतिष शास्त्र के उपाय में तिजोरी में मोरपंख रखने से धन की वृद्धि होती
है|
कहा जाता है की मोर के आंसू पिने से मोरनी गर्भवती होती है और मोर तभी रोता है जब वो अपने पैर देखता है क्यूंकि उसके पैर बहोत बदसूरत होते हैं|
मोर के पंख का उपयोग घर में रखने की खुबसूरत चीजें बनाने के लिए किया जाता है|
भारत में मोर के शिकार पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है|
मोर क्या खाता है ?
यह सर्वाहारी पक्षी है जो गेहूं, चने और कीड़े-मकोड़े भी खता है और कभी तो सांप को भी खा सकता है|
मोर को ज्यादातर छोटे कीड़े और सांप खाना बहोत ज्यादा पसंद है|